कांग्रेस ने अपने तीन बार विधायक बन चुके और साफ-सुथरी छवि वाले नेता टीकाराम जूली ( Tika Ram Jully ) को नेता प्रतिपक्ष बनाकर नए संकेत दिए हैं। अलवर ग्रामीण से कांग्रेस विधायक टीकाराम जूली इस पद पर पहुंचने वाले राजस्थान के पहले दलित नेता हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार हुई, लेकिन टीकाराम जूली उन चुनिंदा नेताओं में रहे, जिन्हें जनता ने बड़े अंतर से जिताकर सदन में भेजा। सरल, स्पष्ट मिजाज, मजबूत और सशक्त छवि, मेहनती और जनता के लिए आधी रात को तैयार खड़े रहने वाले नेता के तौर पर टीकाराम जूली चर्चित थे, लेकिन अब नेता प्रतिपक्ष के तौर पर उभरना जूली के राजनीतिक भविष्य के लिए बड़ी
25 में जिला प्रमुख, 38 में केबिनेट मंत्री, 43 में नेता प्रतिपक्ष
कम उम्र में जूली का राजनीतिक करियर अच्छी उड़ान भर रहा है। अभी जूली मात्र 43 वर्ष के हैं और नेता प्रतिपक्ष बनाए गए हैं। 2018 में गठित कांग्रेस सरकार में टीकाराम जूली केबिनेट मंत्री रहे। मूलत: अलवर के बहरोड़ में काठूवास गांव के रहने वाले टीकाराम जूली की राजनीति में शुरूआत सधी हुई रही है। 2008 में जूली मात्र 25 साल की उम्र में अलवर के जिला प्रमुख बन गए थे। 28 वर्ष उम्र में अलवर ग्रामीण से कांग्रेस की टिकिट पर विधायक का चुनाव लड़ा और 8525 वोटों से जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे थे। इस पहले चुनाव में टीकाराम जूली को 35896 और उनके खिलाफ भाजपा के प्रत्याशी जगदीश प्रसाद को 27371 वोट मिले थे।
2013 में टीकाराम जूली को अलवर ग्रामीण से 33267 वोट मिले थे। इस चुनाव में टीकाराम 26999 वोटों से हार गए थे। इस चुनाव में उनके सामने भाजपा के जयराम जाटव को 60066 वोट मिले थे। 2018 में जूली का वक्त बदला और उन्होंने इस विधानसभा चुनाव में 85752 वोट हासिल किए। 2018 के चुनाव में भाजपा के मास्टर रामकिशन को 59275 वोट मिले और जूली को 26477 वोटों से जीत मिली। जूली को गहलोत सरकार ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के तौर पर श्रम विभाग, कारखाना एवं बॉयलर्स निरीक्षण, सहकारिता, इंदिरा गांधी नहर परियोजना मंत्री बनाया। यह जिम्मेदारी 24 दिसम्बर 2018 को जूली को सौंपी गई, जिस पर जूली 20 नवम्बर 2021 तक रहे। कांग्रेस में बड़ी उठापटक हुई और मंत्रीमण्ल का बदलाव किया गया। इस दौर में हर मंत्री सकते में था कि उसे हटाया जा सकता है। लेकिन जूली फिर उभरे और उन्हें सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग सौंपा गया और गहलोत सरकार में केबिनेट मंत्री बनाया गया। 2023 के विधानसभा चुनाव में टीकाराम जूली के काम और व्यवहार को लोगों ने जमकर सराहा और जूली 55.56 फीसदी वोटों के साथ 108584 वोट हासिल कर अपना तीसरा विधायक का चुनाव जीते। चुनावों में मंत्रियों के प्रति नारागियां सामने आती हैं, और ज्यादातर मंत्री हारते देखे जाते रहे हैं, लेकिन जूली को इस विचार के उलट 2023 के विधानसभा चुनाव में 27333 वोटों की बड़ी जीत मिली।
टीकाराम जूली (भारती राष्ट्रीय कांग्रेस)
जन्म : 3 सितम्बर 1980
निवासी : काठूवास, बहरोड़, अलवर
परिवार : गीता देवी (पत्नी), दो बच्चे
पेशा : वकालत, राजनीति
राजनीतिक करियर
जिला प्रमुख : 2005-2008
प्रथम बार विधायक : 2008-2013
दूसरी बार विधायक : 2018-2023
तीसरी बार विधायक : 2023
नेता प्रतिपक्ष : 16 जनवरी, 2024