सीकर। विधानसभा चुनावों में अपने वोटों की ताकत दिखा चुके सीकर के ताराचंद धायल ( Tarachand Dhayal ) ने लोकसभा का चुनावी बिगुल बजा दिया है। सीकर में जनता के बीच, जनता का तारा के तौर पर चर्चित ताराचंद धायल का मैदान में उतरना मतलब भाजपा के वोट पर चोट साबित हो सकता है। हालांकि सीकर में भाजपा विधानसभा चुनावों में भी ताराचंद धायल को टिकट देती, तो यह सीट भाजपा के पाले में जा सकती थी। अब लोकसभा में भी ताराचंद धायल का खड़े होने का ऐलान भाजपा के लिए राह मुश्किल कर सकता है।
बुधवार को रैली से करेंगे आगाज
ताराचंद धायल ने आज सीकर में साथियों को विशाल रैली के लिए आमंत्रित करते हुए आगाज का ऐलान किया है। ताराचंद इस चुनाव में संघष के 40 साल की पंचलाइन के साथ बुधवार को जेरठी-दादिया फाटक के पास, सीकर में विशाल सभा का आयोजन करने जा रहे हैं। सुबह सवा नौ बजे शुरू होने वाली इस सभा में ताराचंद जनसमर्थन के साथ चुनाव लडऩे की आधिकारिक घोषणा कर देंगे।
विधानसभा में दिखा चुके हैं दम
विधानसभा चुनाव 2023 में ताराचंद धायल को भाजपा से टिकट मिलने की संभावनाएं उठी थी, लेकिन रतन जलधारी को टिकट देने के बाद ताराचंद धायल ने अपने साथियों के साथ मीटिंग कर चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया था। जनता ने भी निर्दलीय के तौर पर ताराचंद को 40982 वोट दिए, जो एक निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर सीकर में बहुत ही शानदार परफॉर्मेंस के तौर पर देखे गए। इधर भाजपा के रतन जलधारी को 67123 वोट मिले थे। हालांकि रतन जलधारी भी चुनाव हार गए, क्योंकि भाजपा के वोट ताराचंद ने काट दिए थे, तो सीकर विधानसभा में नतीजे उलट गए और एक बार फिर कांग्रेस के राजेन्द्र पारीक जीत गए। राजेन्द्र पारीक को कुल 97161 वोट मिले। इस बात में कोई दो राय नहीं कि भाजपा ने ताराचंद को टिकट न देकर सीट गंवा दी थी, लेकिन यह भी सही है कि राजेन्द्र पारीक न्यून संभावनाओं क बीच बीजेपी के वोटर्स में पड़ी फूट से ही चुनाव जीते।