खनौरी बॉर्डर। 33 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश, पंजाब सरकार का एक्शन और किसानों की प्रतिक्रियाओं के बीच लद्दाख से सोनम वांगचुक खनौरी बॉर्डर पहुुंचे। यहां पहुंचकर सोनम वांगचुक ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की।
वांगचुक ने कहा कि किसानों की भलाई के लिए सरकार फैसला ले और भलाई के लिए जो भी नीतियां बने वो किसानों की सहमति से बने। जो नीतियां किसानों को ही पसंद न आएं, उन नीतियों को बनाने से क्या फायदा। मै उम्मीद करता हंू कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में लोगों की सुनना बेहद जरूरी है। नीतियां किसानों के लिए अच्छी हैं, तो किसानों को अच्छी लगनी भी चाहिएं। साथ ही यह समझना भी जरूरी है कि किसान क्या चाहते हैं। मुझे उम्मीद है कि केन्द्र सरकार समझेगी।
कौन हैं किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के गठन करने को लेकर पहचाने जाते हैं। मूलत: जगजीत सिंह डल्लेवाल फरीदकोट जिले के डल्लेवाल गांव के रहने वाले हैं। भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धपुर की डल्लेवाल अगुवाई करने के लिए जाने जाते है। दिल्ली बॉर्डर पर हुए किसान आंदोलन में जगजीत सिंह डल्लेवाल शामिल रहे और पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने वाले संगठनों को खुद से अलग करने के फैसले के लिए पहचाने गए। 2024 में शंभू खनौरी बॉर्डर पर शुरू हुए आंदोलन का जगजीत सिंह डल्लेवाल प्रमुख चेहरा हैं।