जयपुर। आज राजस्थान के बीजेपी विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के नेतृत्व में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी को तीन पेज का ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में संविधान के नियमों का हवाला देते हुए प्रतिनिधिमंडल ने सवाल उठाए की जिन मंत्रियों ने त्यागपत्र दे दिया उन्होंने मंत्रीपद कि सुविधाओं का त्याग क्यों नहीं किया? स्थानांतरण की सूचियों सहित विभागीय बैठके व दौरे क्यों कर रहे हैं? जिला स्तरीय बैठकों में भाग क्यों ले रहे हैं? जबकि इन सभी विधायकगणों ने कांग्रेस पार्टी की नीतियों से असहमत होकर स्वविवेक से सामूहिक इस्तीफे दिए थे।
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के नेतृत्व में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, वासुदेव देवनानी, अविनाश गहलोत, निर्मल कुमावत, रुपाराम, चंद्रकांता मेघवाल, कन्हैयालाल, मंजीत धर्मपाल चौधरी, जोगेश्वर गर्ग, अभिनेश महर्षी मौजूद रहे।
इस अवसर पर प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि 25 सितंबर को कांग्रेस के मंत्री विधायकों ने इस्तीफे दिए अब राजस्थान की जनता का सवाल है सरकार कौन चला रहा है? गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि राजस्थान की जनता असमंजस में है! हमारा नैतिक दायित्व है, कि जनता को पता चले ‘सरकार का स्टेटस क्या है’। यह विधानसभा अध्यक्ष पर निर्भर करता है, हमने स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है।
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पलटवार करते हुए कहा कि यह हमारा इंटरनल मामला है। वक्त आ गया है, ‘कांग्रेस को एकजुट होकर बीजेपी को हराना है’।