जयपुर। राजस्थान पब्लिक सर्विस कमिशन (RPSC) द्वारा आयोजित की जा रही आरएएस परीक्षा की तिथी तीन महीने बढ़ाने के लिए अप्रेंटिस ने आंदोलन तेज कर दिया है। राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर में धरने पर बैठे आंदोलनकारियों ने इस आंदोलन को ध्यानाकर्षण सत्याग्रह का नाम देते हुए सरकार से आह्वान किया है कि आरएएस मेंस 2023 परीक्षा में समय दिया जाए।
आज शाम विधायक डॉट कॉम की टीम धरनास्थल पर पहुंची और आंदोलन कर रहे छात्र-छात्राओं से बातचीत की। इस बातचीत में साफ तौर पर सरकार से अभ्यर्थी मांग कर रहे हैं कि 90 दिन का समय और दिया जाए। इस संबंध में धरने पर बैठे और प्रिलियम्स क्लीयर कर चुके प्रदर्शनकारियों ने बताया कि वह 80 से ज्यादा विधायकों और मंत्रियों से लिखित में आश्वासन ले चुके हैं, लेकिन अभी तक सरकार से निवेदन करने के बाद भी कोई निर्णय नहीं हो पाया है।
इधर आज एक प्रतिनिधि दल आज दीया कुमारी से मिलने भी गया बताया। जानकारों का कहना है कि भाजपा सरकार में मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने पिछली कांग्रेस सरकार में पेपर लीक जैसे मुद्दे उठाकर छात्र हितों का समर्थन किया था, लेकिन इस सरकार में उनके आश्वासन के बावजूद भी अभी तक कोई फैसला सरकार ने नहीं किया है। छात्र इस बात को लेकर भी आशांवित हैं कि अगर किरोड़ी सरकार में रहकर सरकार से दमदार तरीके से बात करेंगे, तो बात बन जाएगी।
इधर इन आंदोलनकारियों का एक प्रतिनिधि मण्डल लगातार विधायकों, मंत्रियों से मुलाकात कर रहा है। धरनास्थल पर प्रदर्शनकारियों में आरपीएससी द्वारा तिथियों की घोषणा में लापरवाही बरतने, यूपीएससी के पैटर्न पर काम नहीं करने और लगातार विश्वसनीयता खोने की बात भी कही। अभ्यर्थियों का कहना था कि उन्हें उम्मीद है कि नई भाजपा सरकार छात्र हितोंं का ध्यान रखते हुए आरपीएससी के संबंध में सख्त और मजबूत फैसले करेगी, ताकि छात्र-छात्राओं का भविष्य सुरक्षित रह सके।