करणपुर सीट से भाजपा के प्रत्याशी मंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा है। आज चुनाव परिणाम आने के साथ ही भाजपा ने जो दांव दस दिन पहले प्रत्याशी को राज्यमंत्री बना कर खेला था, वह उल्टा पड़ गया।
राजस्थान में भजनलाल शर्मा सरकार बनने के 10 दिन बाद ही आए करणपुर विधानसभा चुनाव के परिणाम ने सत्ता के गलियारों में फिर एक नई हलचल पैदा कर दी है। हालांकि परिणामत: टीटी हार चुके हैं, लेकिन करणपुर की जनता ने अपना बड़ा नुकसान कर लिया है। ऐसे मौके कम आते हैं, जब जनता किसी को चुनकर विधानसभा में भेजे और वह नेता मंत्री भी बन जाए, तब जब 200 में से कोई भी मंत्री या मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। ऐसे में क्लीयर कट मंत्रीपद मिले प्रत्याशी को हराने से निश्चित ही करणपुर के विकास को जो गति मिल सकती थी, उसमें ब्रेक लगेगा।
करणपुर की इस हार से प्रत्यक्ष तो भाजपा पर कोई असर पडऩा नहीं है, लेकिन मनोबल टूटने और मनोबल बढऩे के ग्राफ में कांग्रेस और भाजपा में अंतर जरूर आ गया है। टीटी की हार को आधार बनाकर कांग्रेस लोकसभा में मुद्दा बनाएगी, वहीं भाजपा की फुल फ्लैश सरकार बनते ही टीटी की हार भाजपाईयों को थोड़ा निराश करेगी। एक रिपोर्ट…