चुरू की राजनीति राजस्थान में पिछले दो चुनावों के दौरान सबसे हंगामेदार रही है। 2023 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र राठौड़ की हार हो या फिर लोकसभा 2024 चुनाव में राहुल कस्वां की कांग्रेस में एंट्री और बतौर कांग्रेस सांसद एक बार फिर जीत। कुछ लोग कहते हैं राठौड़ की राजनीति खत्म हो रही है, कुछ कहते हैं अभी बहुत बाकी है। इधर युवा नेताओं का भी चुरू की राजनीति में दिलचस्पी लेना और आगे बढ़ना जारी है। बीते दोनों ही चुनावों में चुरू की राजीनति में राजनीतिक शुचिताओं, कायदो, उसूलो और मर्यादाओं की धज्जियां उड़ते देखी गई। चुरू के कुछ फैसलों से पूरा राजस्थान गर्माया। जातिवाद की बातें उठी।
इन्हीं सब मसलों पर हमने विशेष बातचीत की चुरू जिले के युवा नेता और एवरेस्ट विजेता गौरव शर्मा से। गौरव 2009 में एवरेस्ट फतेह करने के बाद विश्व के कई ख्यातनाम पर्वतों पर भारत का झंडा फहरा चुके हैं। साहसिक खेलों से जुडेÞ हैं। पर्यटन में खास पकड़ रखते हैं। हिमाचल का करेरी गौरव शर्मा के पर्वतारोहण अभियानों का बेस कैंप है, जहां प्रशिक्षण भी दिया जाता है और पर्यटन के लिहाज से एक्सप्लोर करने के लिए बहुत कुछ है।
अपनी हिमाचल यात्रा के दौरान विधायक डॉट कॉम के संपादक एवरेस्टर गौरव शर्मा से मिले। गौरव शर्मा से चुरू की गर्मागर्म राजनीति, युवाओं का राजनीति में भविष्य, पर्वतारोहण, साहसिक खेल, खेल नीति सरीखे विषयों पर खास बातचीत हुई। बातचीत के चुनिंदा अंश….